সুখ কি (ख़ुशी क्या होती है)

 কোন এক শহরে এক ব্যক্তি প্রাইভেট কোম্পানীতে কাজ করত। তিনি তার জীবন নিয়ে সুখী ছিলেন না, সর্বদা তিনি কোনও না কোনও সমস্যায় অস্থির ছিলেন।

একবার শহর থেকে কিছু দূরে একটি মহাত্মার কাফেলা থেমে গেলে, শহরজুড়ে তাকে নিয়ে আলোচনা!

অনেকে তাদের সমস্যা নিয়ে তার কাছে পৌঁছাতে শুরু করেন।

সেই লোকটিও মহাত্মাকে দেখার সিদ্ধান্ত নিয়েছে!

ছুটির দিনে খুব ভোরে তার কাফেলায় পৌঁছায়, দীর্ঘ অপেক্ষার পর তার নম্বর এলো!

তিনি মহাত্মাকে বলেছিলেন: "মহাত্মাজী, আমি আমার জীবন নিয়ে খুব অসন্তুষ্ট, সারাক্ষণ আমি সমস্যায় ঘেরা, কখনও অফিসে উত্তেজনা থাকে, কখনও বাড়িতে দ্বন্দ্ব হয়, এবং কখনও কখনও আমি আমার স্বাস্থ্য নিয়ে চিন্তিত থাকি। …”

মহাত্মা জি, এমন একটা সমাধান বলুন যাতে আমার জীবন থেকে সব সমস্যা শেষ হয়ে যায় এবং আমি শান্তিতে থাকতে পারি?

মহাত্মাজি হেসে বললেন:- "পুত্র, আজ অনেক দেরি হয়ে গেছে, আমি কাল সকালে তোমার প্রশ্নের উত্তর দেব... কিন্তু তুমি কি আমার জন্য একটু কাজ করবে...?"

"আমাদের কাফেলায় একশত উট আছে,

আমি চাই আপনি আজ রাতে তাদের যত্ন নিন...

যখন শত শত উট বসে, আপনিও ঘুমাতে যান..."

এই বলে মহাত্মা তার তাঁবুতে চলে গেলেন...

পরের দিন সকালে মহাত্মা লোকটির সাথে দেখা করে জিজ্ঞাসা করলেন, "বলো ছেলে, তুমি কি ভালো ঘুমিয়েছ...?"

তিনি দুঃখের সাথে বললেন:

“যেখানে মহাত্মাজী, আমি এক মুহূর্তও ঘুমাতে পারিনি! আমি অনেক চেষ্টা করেও সব উটকে বসাতে পারিনি, একটা না একটা উট উঠে দাঁড়াতো...!!!

মহাত্মা জি বলেছেন:-

“পুত্র, কাল রাতে তুমি বুঝতে পেরেছ যে যতই চেষ্টা কর না কেন, সব উট একসাথে বসতে পারে না...

একজ সমস্যার বসবে অন্যজন দাঁড়া হব

একইভাবে একটি সমস্যার সমাধান করলে কোনো কারণে আরেকটি সমস্যা দেখা দেবে...!

ছেলে, যতদিন জীবন আছে, এই সমস্যাগুলোই থাকবে... কখনো কম, কখনো বেশি..."

"তাহলে আমাদের কি করা উচিত ?" :- লোকটা কৌতূহলী হয়ে জিজ্ঞেস করল

"এসব সমস্যা থাকা সত্ত্বেও জীবনকে উপভোগ করতে শিখুন

গত রাতে কি ঘটেছে

1) आपके लाख प्रयत्नों के बावजूद ऊँट अधिक देर तक बैठा नहीं

2)  আপনার প্রচেষ্টার পরেও অনেক উট বসে…

3) আপনার প্রচেষ্টার পরেও অনেক উট বসেনি… এবং পরে আপনি দেখতে পেয়েছেন যে তাদের মধ্যে কয়েকটি নিজেরাই বসে…

কিছু পেয়েছেন...??

সমস্যা একই...

1) কেউ কেউ নিজেরাই শেষ করে,

2) কিছু আপনি নিজের প্রচেষ্টায় সমাধান করেন...

3) অনেক চেষ্টা করেও কিছু সমাধান হয় না...?

এই ধরনের সমস্যাগুলোকে সময়মতো ছেড়ে দিন... সঠিক সময়ে নিজেরাই শেষ হয়ে যায়।!!!

যদি জীবন থাকে তবে কিছু সমস্যা থেকে যাবে... কিন্তু তার মানে এই নয় যে আপনি দিনরাত সেগুলো নিয়ে ভাবতে থাকুন...

সমস্যা একপাশে রাখুন

এবং জীবন উপভোগ করুন...

"শান্তিতে ঘুমাও... সময় এলে তারা নিজেদের সমাধান করবে..."


রহিমান চুপ করে দিনের পালা দেখছে

আমরা যখন আসি, তখন বেশি সময় লাগে না


ঠাণ্ডা হাসি, কি হয়েছে...

যার জীবনে টেনশন কম...

ভালো বা মন্দ একটা মায়া মাত্র...

জীবনের নাম

কখনো সুখ কখনো দুঃখ...


किसी  शहर  में, एक आदमी प्राइवेट  कंपनी  में  जॉब  करता था ! वो  अपनी  ज़िन्दगी  से  खुश  नहीं  था , हर  समय  वो  किसी  न  किसी  समस्या  से  परेशान  रहता  था !

एक बार  शहर  से  कुछ  दूरी  पर  एक  महात्मा  का  काफिला  रुका , शहर  में  चारों  और  उन्ही की चर्चा  थी !

बहुत  से  लोग  अपनी  समस्याएं  लेकर  उनके  पास  पहुँचने  लगे ,
उस आदमी  ने  भी  महात्मा  के  दर्शन  करने  का  निश्चय  किया !

छुट्टी के दिन  सुबह -सुबह ही उनके  काफिले  तक  पहुंचा , बहुत इंतज़ार  के  बाद उसका  का  नंबर  आया !

वह  बाबा  से  बोला : "बाबा , मैं  अपने  जीवन  से  बहुत  दुखी  हूँ , हर  समय  समस्याएं  मुझे  घेरी  रहती  हैं , कभी ऑफिस  की  टेंशन  रहती  है , तो  कभी  घर  पर  अनबन  हो  जाती  है , और  कभी  अपने  सेहत  को  लेकर  परेशान रहता  हूँ …"

बाबा  कोई  ऐसा  उपाय  बताइये  कि  मेरे  जीवन  से  सभी  समस्याएं  ख़त्म  हो  जाएं  और  मैं  चैन  से  जी सकूँ ?

बाबा  मुस्कुराये  और  बोले :- “ पुत्र  , आज  बहुत देर  हो  गयी  है  मैं  तुम्हारे  प्रश्न  का  उत्तर  कल  सुबह दूंगा … लेकिन क्या  तुम  मेरा  एक  छोटा  सा  काम  करोगे …?”

“हमारे  काफिले  में  सौ ऊंट हैं ,
मैं  चाहता हूँ  कि  आज  रात  तुम  इनका  खयाल  रखो…🤔
जब  सौ  के  सौ  ऊंट  बैठ  जाएं  तो  तुम   भी  सो  जाना …”

ऐसा कहते  हुए  महात्मा  अपने  तम्बू  में  चले  गए ...🤫

अगली  सुबह  महात्मा, उस आदमी  से  मिले  और  पुछा , “ कहो  बेटा , नींद  अच्छी  आई ...?”

वो  दुखी  होते  हुए  बोला :
“कहाँ  बाबा , मैं  तो  एक  पल  भी  नहीं  सो  पाया! मैंने  बहुत  कोशिश  की  पर  मैं  सभी  ऊंटों को  नहीं  बैठा  पाया , कोई  न  कोई  ऊंट  खड़ा  हो  ही  जाता था…!!!

बाबा बोले  :-  
“ बेटा , कल  रात  तुमने  अनुभव  किया कि  चाहे  कितनी  भी  कोशिश  कर  लो  सारे  ऊंट  एक  साथ  नहीं  बैठ  सकते …

तुम  एक  को  बैठाओगे  तो  कहीं  और  कोई  दूसरा  खड़ा  हो  जाएगा!

इसी तरह  तुम एक  समस्या  का  समाधान  करोगे  तो  किसी  कारणवश  दूसरी खड़ी हो  जाएगी ...!

पुत्र  जब  तक  जीवन  है  ये समस्याएं  तो  बनी  ही  रहती  हैं… कभी  कम  तो  कभी  ज्यादा …”

“तो  हमें  क्या  करना चाहिए  🤔?” :-आदमी  ने  जिज्ञासावश  पूछा

“इन  समस्याओं  के  बावजूद  जीवन  का  आनंद  लेना  सीखो😊…"

कल  रात  क्या  हुआ ?
1) कई  ऊंट  रात होते -होते  खुद ही  बैठ  गए  ,
2) कई  तुमने  अपने  प्रयास  से  बैठा  दिए ,
3) बहुत  से  ऊंट  तुम्हारे  प्रयास  के  बाद  भी  नहीं बैठे … और बाद  में  तुमने  पाया  कि उनमे से कुछ खुद ही  बैठ  गए …

कुछ  समझे …??
समस्याएं  भी  ऐसी  ही  होती  हैं...
1) कुछ  तो  अपने आप ही ख़त्म  हो  जाती  हैं ,
2) कुछ  को  तुम  अपने  प्रयास  से  हल  कर लेते  हो …
3) कुछ  तुम्हारे  बहुत  कोशिश  करने  पर  भी  हल नहीं होतीं ...?
 
ऐसी  समस्याओं  को   समय  पर  छोड़  दो … उचित  समय  पर  वे खुद  ही  ख़त्म  हो  जाती  हैं.!!!

जीवन  है, तो  कुछ समस्याएं रहेंगी ही रहेंगी…पर  इसका  ये  मतलब  नहीं  की  तुम  दिन  रात  उन्ही  के  बारे  में  सोचते  रहो…

समस्याओं को  एक  तरफ  रखो  
और  जीवन  का  आनंद  लो…

"चैन की नींद सो…जब  उनका  समय  आएगा  वो  खुद  ही  हल  हो  जाएँगी..."

रहिमन चुप रह बैठिये देखि दिनन का फेर
जब निके आइहें बनत न लगिहें देर

बिंदास मुस्कुराओ क्या ग़म है ...
ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम है ...
अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है ...
जिन्दगी का नाम ही
कभी ख़ुशी कभी ग़म है...

Post a Comment

Previous Post Next Post